श्रीमद्देवीभागवत महापुराण/ स्कन्ध 12: अध्याय 3# श्रीगायत्री का ध्यान और गायत्री कवच/आवाज: मंजु

श्रीगायत्री का ध्यान और गायत्री कवच का वर्णन —- नारदजी ने पूछा —– स्वामिन! आप जगत के स्वामी, चौसठ कलाओं को जानने वाले तथा योगवेत्ताओं में श्रेष्ठ हैं। प्रभो! मेरे मन में यह प्रश्न उत्पन्न हो रहा है कि किस पुण्य के प्रभाव से मनुष्य पापों से छुट सकते हैं और उनके ब्रह्मरूप होने का …

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